देश की राजधानी में दिनों-दिन बढ़ता प्रदूषण खतरे की घंटी बजा रहा है। ये बात किसी से छिपी हुई नहीं है कि दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए किए गए इंतज़ाम किसी काम के नहीं है। जैसे जैसे सर्दियां बढ़ती जाती हैं वैसे वैसे दिल्ली वालों की सांसों पर संकट के बादल मंडराने लगते हैं और ये स्थिति सिर्फ़ देश की राजधानी की ही नहीं बल्कि संपूर्ण उत्तर भारत की साथ साथ मध्य भारत की भी है।
जलियांवाला बाग़ की दीवारों पर अभी भी ज़िंदा हैं अंग्रेज़ी क्रूरता के निशान..
पंजाब राज्य के अमृतसर शहर के मध्य में, स्वर्ण मंदिर के पास स्थित यह उद्यान आज भी मौजूद है। जो 1919 के जलियांवाला बाग नरसंहार की याद दिलाता है। जलियांवाला बाग 6.5 एकड़ का सार्वजनिक उद्यान है जो राष्ट्रीय महत्व रखता है। यह उन सभी लोगों के लिए समर्पित एक उद्यान है जिन्होंने कुख्यात जनरल डायर की खुली गोलीबारी के दौरान अपनी जान गंवा दी थी।
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